1. Chandi Jaisa Rang कतील शिफाई की काव्यात्मक छंदों वाला एक संगीत कार्यक्रम, जो मुमताज रशीद की 'तज़मीन' से समृद्ध है। 1984 में रॉयल अल्बर्ट हॉल में प्रीमियर।

2. Ghungroo Toot Gaye:

3. Aap Jinke Kareeb Hote Hain: 1984 के एल्बम तरन्नुम में नूह नरवी के सरल लेकिन प्रभावशाली गीत

4. Deewaron Se Milkar Rona: 1981 के एल्बम मु-कर-रार में क़ैसर-उल-जाफ़री के गीतों ने भावनात्मक तारें झपकाईं।

5. Jheel Mein Chaand: :*मु-कर-रार एल्बम से मुमताज रशीद की मार्मिक कविताएं उदासी भरा जादू पैदा करती हैं।

6. Niklo Na Benaqab: : मुमताज रशीद का 1985 का एल्बम नायाब वॉल्यूम 1 हिट लॉकडाउन के बाद गूंजता है, जिसमें मास्क पहनने का आग्रह किया गया है।

7. Ek Taraf Uska Ghar: उधास द्वारा खोजे गए जफर गोरखपुरी के मादक गीत। "ऐ हमें जिंदगी कुछ तो दे मशवरा, एक तरफ उसका घर, एक तरफ मालिका।" 

8, Aur Ahista Keejiye Baatein: जफर गोरखपुरी की मुक्त कविता को उधास ने खूबसूरती से व्यक्त किया है, जिसमें वीडियो में समीरा रेड्डी भी हैं।

9. Jiye To Jiye Kaise: 1991 की फ़िल्म साजन के चार संस्करण, समीर के गीतों के साथ दिलों को छूते हुए, "जीये तो जियें कैसे, बिन आपके।"

10. Chitthi Aayee Hai: लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल का सदाबहार संगीत और आनंद बख्शी की भावनाएं, फिल्म नाम से उधास का एक शो अवश्य होना चाहिए।